पृष्ठ:बुद्ध और बौद्ध धर्म.djvu/१८०

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महान बुद्ध सम्राट अशोक - कारण होंगी। मैंने वे उपाय किये हैं, जिनसे मेरी प्रजा के-जो मुझ से दूर और मेरे निकट रहती है और मेरे सम्बन्धियों के भी सुख की उन्नति अवश्य होगी। इसी कारण मैं अपने सत्र कर्मचारियों पर देख-भाल रखता हूँ, सब पंथ के लोग मुझ से अनेक प्रकार के दान पाते हैं। परन्तु मैं उनके धर्म-परिवर्तन को सबसे अधिक आवश्यक समझता हूँ। मैंने यह सूचना अपने राज्याभिषेक के २६ वर्ष उपरान्त खुदवाई है। सूचना ७- देवताओं का प्रिय राजा पियदमी इस प्रकार बोला-प्राचीन समय में जो राजा लोग राज्य करते थे, वे चाहते थे, मनुष्य धर्म में उन्नति करें । परन्तु उनकी इच्छानुसार मनुष्यों ने धर्म में उन्नति नहीं की। तब देवताओं का प्रिय राजा पियदसी इस प्रकार बोला- मैंने सोचा, प्राचीन समय के राजा लोग यह चाहते थे कि मनुष्य धर्म में उन्नति करें। परन्तु उनकी इच्छानुसार मनुष्यों ने उन्नति नहीं की, अतः मैं किस प्रकार उन्हें सत्य पथ पर ला सकता हूँ। तब देवताओं का प्रिय राजा पियदसी इस प्रकार बोला-मैंने धर्म- सम्बन्धी उपदेशों को प्रकाशित करने और धार्मिक शिक्षा देने का निश्चय किया, जिसमें मनुष्य इनको सुनकर सत्य पथ को ग्रहण करें, और उन्नति करें। सूचना मैंने धार्मिक शिक्षाओं को प्रकाशित किया है, और धर्म के