विरहवारारामापपानलकामकन्दमा चरित्र भाषाका सूचीपत्र । पृष्ठसे पृष्ठतक 9 ६ ६ तरंग विषय बिरही और सुभानके सम्बादमें मंगलाच रण वर्णन ॥ बजराजकी सात्विकी, राजसी और ताम ससिखियों के बचन॥ प्रभावती नगरी में रुक्मरांय राजाके यहां कामकंदला का जन्म होना और राजा का ज्योतिषियों से कामकंदला के फल पूंछना ज्योतिषियोंकायहकहनाकियहगाना नाच ना सीखेगी और स्नेह से बहुतसे पति करे गी यहसुनकर राजा का कटेहरा में बन्दक र नर्मदामें कामकंदला को बहादेना और उसकटेहरेको एक वेश्या का पकड़कर काम कन्दला को पालना और गानानाचना सि खाना वर्णन ।। माधवानल ब्राह्मण का जन्म और क्रम से बढ़के विद्या और बीण इत्यादिक बाजा सीखना और लीलावतीनामस्त्री में परस्प र प्रेम होना वर्णन॥ लीलावती और माधवानल का बियोग होना और लीलावती का अपनी सखी से बिरहका दुःख कहना और माधवानल का भीशोच युक्त होना वर्णन ।। लीलावती का सुमुखी सखीके हाथ माध- वब्राह्मण के पास पाती भेजना कि आपका हमारा फिर मिलापहोवेयहपढ़ प्रसन्नहोकर ४ २४ 28 २८
पृष्ठ:बिरहवारीश माधवानलकामकंदला.djvu/२३
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