________________
कमर बंद कमरबंद - संज्ञा पुं० १. पटुका । २. पेटी । वि० कमर कसे तैयार । मुस्तैद | कमरा - संज्ञा पुं० १. कोठरी । २. फोटोग्राफी का वह औज़ार जिसके मुँह पर लेस या प्रतिबिंब उतारने का गोल शीशा लगा रहता है । + संज्ञा पुं० दे० " कंबल" । कमरिया - संज्ञा पुं० बौना हाथी । संज्ञा स्त्री० दे० "कमली” । कमरी 1 - संज्ञा स्त्री० दे० " कमली" । कमल - संज्ञा पुं० १. पानी में होने- वाला एक पौधा जो अपने सुंदर फूलों के लिये प्रसिद्ध है । २ इस पौधे का फूल । ३. कमल के श्राकार का एक मांस-पिंड जो पेट में दाहिनी ओर होता है। क्लोमा । ४. जल । कमलगट्टा - सज्ञा पुं० कमल का बीज । कमलज-सज्ञा पुं० ब्रह्मा । कमलनयन - वि० [स्त्री० कमलनयनी ] जिसकी श्रखें कमल की पंखड़ी की तरह बड़ी और सुंदर हो । १४१ संज्ञा पुं० १. विष्णु । २. राम । ३. कृष्ण । कमलनाभ - संज्ञा पुं० विष्णु । कमलनाल - संज्ञा स्त्री० कमल की डंडी जिसके ऊपर फूल रहता है । मृणाल । कमलयोनि - संज्ञा पुं० ब्रह्मा । कमला - संज्ञा स्त्री० १. लक्ष्मी । २. धन । ऐश्वर्य । ३. संतरा । कमलाक्ष -संज्ञा पुं० १. कमल का दे० " कमलनयन" । बीज । २. कमलापति - संज्ञा पुं० विष्णु । कमलालया - संज्ञा स्त्री० लक्ष्मी । कमलासन - संज्ञा पुं० १. ब्रह्मा । २. कमीज़ योग का एक श्रासन | पद्मासन । कमलिनी- - सज्ञा बी० १. छोटा कमल । २. वह तालाब जिसमें कमल हों । कमली - संज्ञा पुं० ब्रह्मा । संज्ञा स्त्री० छोटा कंबल । कमवाना- क्रि० स० कमाने का काम दूसरे से कराना । कमसिन - वि० [ संज्ञा कमसिनी ] कम उम्र का । कमसिनी - संज्ञा स्त्री० लड़कपन । कमाई - संज्ञा स्त्री० १. कमाया हुआ धन । २. व्यवसाय । कमाऊ - वि० कमानेवाला । कमान - सज्ञा स्त्री० धनुष । कमाना- क्रि० स० काम-काज करके रुपया पैदा करना । क्रि० अ० मेहनत मज़दूरी करना । + क्रि० स० [हिं० कम ] कम करना । घटाना । कमानिया - संज्ञा पुं० तीरंदाज़ | कमानी - सज्ञा स्त्री० [वि० कमानीदार ] १. झुकाई हुई लोहे की लचीली तीली | २. कमान के आकार की कोई की हुई लकड़ी जिसके दोनों सिरों के बीच में रस्सी, तार या बाल बँधा हो । कमाल - संज्ञा पुं० १. परिपूर्णता । २. कुशलता । वि० १. पूरा । २. सर्वोत्तम । कमालियत - संज्ञा बी० १. परि- पूर्णता । २. निपुणता । कमासुत - वि० कमाई करनेवाला । कमी -संज्ञा स्त्री० 9. न्यूनता । २. हानि । कमीज़ संज्ञा स्त्री० एक प्रकार का कुर्ता जिसमें कली और चाबग़ले