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गंगा-पुस्तकमाला का ११५वाँ पुष्प

प्रेम-पंचमी

[मिडिल, मैट्रिक और प्रथमा के
विद्यार्थियों के लिये उपयुक्त
५ सुंदर कहानियाँ]


लेखक
प्रेमचंद
[रंगभूमि, कर्बला, प्रेम-प्रसून, प्रेम-द्वादशी, प्रेम-बत्तीसी,
प्रेम-पच्चीसी, प्रेमाश्रम, सेवा-सदन, प्रेम-पूर्णिमा,
सप्तसरोज, नवनिधि, कायाकल्प, वरदान,
प्रतिज्ञा,आदि के रचयिता]



प्रकाशक
गंगा-पुस्तकमाला-कार्यालय
प्रकाशक और विक्रेता
लखनऊ

प्रथमावृत्ति

सजिल्द १)]
[सादी ॥)
स° १९८७ वि°