पृष्ठ:प्रिया-प्रकाश.pdf/४४७

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(सूचना) (१) इस कार्यालय से अभी बहुत सी पुस्तकें प्रकाशित होगी। (२) तुलसीदास कृत रामायण और बिनय को भी टीका छप रही हैं। (३) नीचे लिखी हुई पुस्तकों के अलावा और भी काशी में मिलने वाली पुस्तके फरमाइश आने पर इस कार्यालय द्वारा भेजी जा सकती हैं। पर उन पुस्तकों पर कमीशन नहीं दिया जावेगा। (४) मनोरंजन पुस्तमाला की सब ही पुस्तकें और वीर- पंचरत्न भी हमारे यहां से मिलती है।

  • साहित्यभूषण-कार्यालयके ग्रंथ रत्न

१-केशव-कौमुदी दोनों भाग (रामचंद्रिका सटीक)-यदि श्राप हिन्दी की पूरी योग्यता प्राप्त करना चाहते हो और यदि काव्यकला के मर्मज्ञ होना चाहते हो तो आचार्य केशव के इस महाकाव्य का अध्ययन कीजिए । एक अच्छे साहित्यज्ञ होने के लिए जितनी भी सामग्रियों की ज़रूरत है वे सभी इसमें मौजूद हैं। महाकवि केशव का नम्बर सूर, तुलसी, कालीदास, शेक्स- पियर श्रादि जैसे उद्भट कवियों से भी बढ़चढ़कर है। रामच- न्द्रिका साहित्य की दृष्टि से हिन्दी में सर्व-श्रेष्ट पुस्तक मानी जाती है। साहित्य-जिज्ञासुन्नीको इसे अवश्य देखना चाहिए। भू.५॥),५) २-सूक्ति-सरोघर-यदि आप हिन्दी के प्राचीन तथा अर्वाचीन कवियों की चमत्कार-पूर्ण प्रतिभा,अनोखी सूझ और