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६——देवगढ़ की पुरानी इमारतें

ललितपुर पहले संयुक्त-प्रदेश का एक ज़िला था। परन्तु अब वह ज़िला नही, झॉसी का एक सब-डिवीज़न मात्र है। झॉसी से ललितपुर ५६ मील है। ललितपुर के आस- पास देवगढ़, चन्देरी, चाँदपुर, दुधई, मदनपुर, तालबेहट, बानपुर, खजुराहो और बुधनी इत्यादि मे बहुत सी पुरानी इमारतें हैं। उनमे से कितनी ही बहुत प्राचीन हैं। चट्टानो के ऊपर कही-कही ऐसी मूर्तियाँ और चित्र बने हुए हैं जो ऐतिहासिक समय के भी पहले के हैं। गवर्नमेट ने एक महकमा खोल रक्खा है, जिसका काम पुरानी इमा- रतो और शिलालेखो इत्यादि का पता लगाना, उनका इति- हास लिखना और उनके नकशे तथा फोटोग्राफ़ इत्यादि प्रका- शित करना है। बाबू पूर्णचन्द्र मुकुर्जी इस महकमे से सम्बन्ध रखते थे। उनका शरीरान्त हुए कई वर्ष हुए। १८८७ ईसवी में वे झॉसी में थे। उसी समय हम भी पहले-पहल झॉसी आये थे। ललितपुर के सब डिवीज़न मे देवगढ़ की पुरानी इमारते बहुत प्रसिद्ध हैं। पूर्ण बाबू से उनकी प्रशंसा सुनकर हमको उन्हें देखने की इच्छा हुई। अतएव कई मित्रों के साथ जाकर हमने उनको प्रत्यक्ष देखा। उन्हीं का संक्षिप्त वृत्तान्त हम यहाँ पर लिखते हैं। पूर्वोक्त बाबू साहब ने