पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/८२

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पाठ २३ वायु और जलयंत्र जिस प्रकार वर्तमान समय में मनुष्य अपनी कलें बिजली और भाप की सहायता से चलाते हैं उसी प्रकार प्राचीन काल में मनुष्य अपना कार्य वायु और जल की सहायता से चलनेवाली कलों से करते थे । जल की सहा- यता से चलनेवाली कलें अब भी भारतवर्ष के बहुत भागों में दिखाई देती हैं। पहाड़ी स्थानों में वर्तमान से, चित्र सं०३७ Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri