पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/५०

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(४२) ज्यों २ तुम नीचे उतरोगे त्यों २ पारा तुमको नली में चढ़ता हुआ दिखलाई देगा। यदि नली का पारा तुमको चढ़ा हुआ दिखलाई दे तो समझ लो कि 'वायुभार' बढ़ गया है । यदि पारा नली में गिरा हुआ दिखलाई दे तो समझ लो कि 'वायु- भार' कम हो गया है। प्रतिदिन 'वायुभार' घटता बढ़ता रहता है । परन्तु ऐसा धीरे २ होता है । पारे का एक साथ चढ़ना या उतरना अच्छी ऋतु नहीं बतलाता है । यदि पारा बहुत जल्द गिर जावे तो समझ लो कि आँधी आवेगी । 57] FIE IR REPM 13 Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri