हुई। किसी तरह हम लोग ८७ अक्षांश ६ मिनट तक
पहुँचे। आगे बढ़ना असम्भव हो गया। लाचार लौटे।
लौटती वार ८ कुत्ते मार कर खाने पड़े। कुछ दिनों में
फिर खुला हुआ समुद्र मिला। उसमें पानी भरा था।
राम राम करके ग्रीनलैंड के उत्तरी किनारे पर पहुँचे। राह
में अनेक आफतों का सामना करना पड़ा। बड़ी बड़ी
मुसीबतें झेलने पर ग्रीनलैंड के सामुद्रिक किनारे के दर्शन
हुए। वहाँ के कई बर्फिस्तानी बैल मार कर खाये। किसी
तरह किनारे किनारे चल कर जहाज के पास पहुँचे। हमारी
टोली के जिन लोगों का साथ छूट गया था, उनमें से कुछ
को तूफान, ग्रीनलैंड के उत्तरी किनारे पर ले गया। कुछ
आदमी एक तरफ गये, कुछ दूसरी तरफ। एक टोली को
मैंने भूखों मरते पाया और उसके प्राण बचाये। एक हफ्ते
"रूजवेल्ट" पर रह कर हम लोग कुछ तरो ताजा हुए।
फिर "स्लेज" गाड़ियों पर सवार हुए और पश्चिम की
तरफ चले। ग्रांटलैंड नामक भूभाग के सारे उत्तरी किनारे
को देख डाला। इतनी दूर चले गये कि उस किनारे की
दूसरी तरफ जा पहुँचे। घर लौटती वार बर्फ और तूफान
का लगातार सामना करना पड़ा। "रूजवेल्ट" तूफानों से
बड़ी बहादुरी से लड़ता आया। बर्फ से लड़ने में
"रूजवेल्ट" पड़ा बहादुर है। इस चढ़ाई में न कोई आदमी
मरा न कोई बीमार ही हुआ।
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प्रबन्ध-पुष्पाञ्जलि