( ७२ )
"हिन्दी-प्रदीप" से ज्ञात हुआ कि दिहाती भाई भी सैयद बाबा पर मधुर बानी की शीरीनी चढ़ाते हैं। हम भी मानते हैं कि
कांग्रेस अभी ३ बरस की बच्ची है, उस पर रक्षा का हाथ रखना
ही उन्हें योग्य है, क्योंकि यह हिन्दू-मुसलमान दोनों की हितै-
षिणी है, ऐसे २ बहुत से दृष्टान्त अनुमान है कि, सभी को
मिला करते होंगे जिनसे सिद्ध है कि परीक्षा का नाम बुरा !
राम न करे कि इसकी प्रचंड आंच से किसी की कलई खुले !
एक आय कवि का अनुभूत वाक्य है-
एक उर्दू कवि का यह वचन कितना हृदयग्राही है-
'इस शर्त पर जो लीजे तो हाज़िर है दिल अभी,
कहांतक कहें, परीक्षा सब को खलती है ! क्या ही अच्छा होता जो सब से सब बातों में सच्चे होते, और जगत् में परीक्षा का काम न पड़ा करता ! वह बड़भागी धन्य है जो अपना भरमाला लिये हुए जीवन-यात्रा को समाप्त कर दे ।
दांत
इस दो अक्षर के शब्द तथा इन थोड़ी सी छोटी २ हड्डियोंमें भी उस चतुर कारीगर ने यह कौशल दिखलाया है कि किस
के मुंह में दांत हैं जो पूरा २ वर्णन कर सके। मुख की सारी