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परीक्षागुरु.
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तो खेरोज है परंतु साहब का क़र्ज़ा बहुत बड़ा है जो साहब की इस रक़म मैं कुछ धोका हुआ तो साहब का काम चलना कठिन हो जायगा." ये कहकर मिस्टर ब्राइट का मुन्शी घर जानें के बदले साहब के पास दोड़ गया.

लाला हरकिशोर आगे बढ़े तो मार्ग मैं लाला मदनमोहन की पचपनसो की ख़रीद के तीन घोड़े लिये हुए आग़ाहसनजान लाला मदनमोहन के मकान की तरफ़ जाता मिला उस्को देखकर हरकिशोर कहनें लगे "ये ही घोड़े लाला मदनमोहन नें कल ख़रीदे थे माल तो बड़े फ़ायदे सै बिका पर दाम पट जायं तब जानिये."

"दामों की क्या है? हमारा हज़ारों रुपे का काम पहलै पड़ चुका है" आग़ाहसनजान नें जवाब दिया और मन मैं कहा "हमारी रक़म तो अपनें लालच सै चुन्नीलाल और शिंभूदयाल घर बैठे पहुंचा जायंगे"

"वह दिन गए आज लाला मदनमोहन का काम डिगमिगा रहा है. उस्के ऊपर लोगों का तगादा जारी है जो तुम किसी के भरोसे रहोगे तो धोका खाओगे जो काम करो; अच्छी तरह सोच समझकर करना."

"कल शाम को तो लाला साहब नें हमारे यहां आकर ये घोड़े पसंद किये थे फिर इतनी देर मैं क्या होगया?"

जब तेल चुक जाता है तो दिये बुझनें मैं क्या देर लगती है? चुन्नीलाल, शिंभूदयाल सब तेल चाट गए ऐसे चूहों की घात लगे पीछै भला क्या बाकी रह सक्ता था?"

"मैं जान्ता हूं कि लाला साहब का बहुतसा रुपया लोग