- 47 S की व्यवस्था वहां मौजूद परिवार के वास्तविक रूप से फिर अनमेल निकली। वहां बहनो और भाइयो के सभी लड़के-लड़कियां निरपवाद रूप से भाई- बहन समझे जाते हैं और वे अपनी मां और उसकी बहनों या अपने बाप और उसके भाइयों की ही नहीं, बल्कि अपने मां-बाप के सभी भाइयों और बहनों की समान रूप से सन्तान समझे जाते हैं। इस प्रकार जहां एक ओर रक्त-सम्बद्धता की अमरीकी व्यवस्था परिवार के एक अधिक प्राचीन रूप की ओर संकेत करती है जिसका अस्तित्व अमरीका मे तो अब लुप्त हो गया है परन्तु जो हवाई में दरअसल अब भी कायम है, वहीं, दूसरी ओर हवाई की रक्त-सम्बद्धता की व्यवस्था परिवार के एक और भी आदिम रूप की ओर इंगित करती है, जिसके बारे में यद्यपि यह सिद्ध नहीं किया जा सकता कि इस समय भी उसका कही अस्तित्व है, तथापि यह मानना होगा कि उसका अस्तित्व अवश्य हो रहा होगा, अन्यथा उसके अनुरूप रक्त-सम्वद्धता की व्यवस्था का आविर्भाव नहीं हो सकता। इस संबंध में मोर्गन कहते है : "परिवार एक सक्रिय सिद्धान्त का प्रतिनिधित्व करता है। वह कभी भी स्थिर तथा गतिशून्य नहीं होता, बल्कि निम्न रूप से सदा उच्चतर रूप की ओर अग्रसर होता है, उसी प्रकार जिस प्रकार पूरा समाज निम्न से उच्चतर अवस्था की ओर बढ़ता है। इसके विपरीत रक्त-सम्बद्धता की व्यवस्थाएं निष्प्रिय हैं-भिन्न-भिन्न कालों मे, जिनके बीच समय का लम्बा व्यवधान होता है, परिवार ने जो प्रगति की है, उसे ये व्यवस्थाएं व्यक्त करती है और ये मौलिक रूप से तभी बदलती है जब परिवार में मौलिक परिवर्तन हो चुका होता है। मार्स इस पर कहते हैं : "पौर यही बात राजनीतिक, कानूनी, धार्मिक तथा दार्शनिक प्रणालियों पर भी लागू होती है।" परिवार तो जीवित अवस्था में रहता है, पर रक्त-सम्बद्धता की व्यवस्था जड़ीभूत हो जाती है। रक्त-सम्वद्धता की व्यवस्था जबकि रूढ़िवद्ध रूप में विद्यमान रहती है, तब परिवार विकसित होकर उसके भागे निकल जाता है। लेकिन जिस प्रकार, पेरिस के नजदीक प्राप्त एक पशु-कंकाल की शिशुधानी की हड्डियों से कूविए निश्चयपूर्वक इस निष्कर्ष पर पहुंच सका कि यह कंकाल किसी शिशुधानी पशु का है, और इस प्रकार के पशु जो अब नहीं मिलते , उस क्षेत्र में कभी रहा करते थे, उसी प्रकार इतिहास-क्रम में प्राप्त रक्त-सम्बद्धता की व्यवस्था से हम भी उतने ही निश्चयपूर्वक यह निष्कर्ष निकाल सकते "10
पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/३९
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।