था। ५०० ई० के आसपास स्काटों का एक हिस्सा वर्तमान स्काटलैण्ड मे प्राफर बरा गया। नौवी सदी के मध्य मे उसने पिवती को पराजित किया।-१७३ स्वान -- जार्जियाई जाति का एक वर्ग, जो मुख्य काकेशिया पर्वतमाला के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित स्वानेतिया में रहता है। -१६८ संघोल (सैवीलियन)-प्राचीन इतालवी कवीलो के दो मुख्य समूहों मे से एक।-१५४ हर्मोनोन-जर्मन कबीलो का एक मूल समूह , जो ईस्वी संवत् के शुरू तक एल्वा और माइन नदियों के बीच के इलाके में रहता था। इस समूह मे सुएवी, लंगोबाई, मर्कोमान , हात, आदि कबीले पाते है। -१७४, १६० हूण-- ईस्वी संवत् के प्रारंभ तक ह्वांग हो नदी से पश्चिम तथा उत्तर में रहनेवाली एक मध्य एशियाई घुमन्तू जाति । पहली सदी मे हूणो का एक हिस्सा पश्चिम की ओर बढने लगा और पांचवी सदी के मध्य तक गाल प्रदेश तक पहुंच गया , जहा उसे रोमनों और अन्य यूरोपियाई जातियो से पराजित होना पड़ा।-४६ हेल्ल-एक जर्मन कवीला, जो ईस्वी मंवत् के शुरू तक स्कैण्डिनेविया प्रायद्वीप पर रहते थे। तीसरी सदी मे उनका एक हिस्सा काले सागर के तटवर्ती क्षेत्र के उत्तरी भाग मे जा वसा, जहा से वाद मे हूणो ने उन्हे निकाल दिया ।-८७ हैडा- उत्तरी अमरीका के रेड इडियनो का एक कबीला, जो क्वीन शर्लोट द्वीप और प्रिस वेल्स द्वीप के दक्षिणी भाग में रहता था।-२०५ हो- एक भारतीय आदिम जाति ।-
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