के शुरू तक राइन नदी के बिचले और निचले भाग से लगे इलाक़ों में रहता था, तीसरी सदी से ये कबीले फ्रैंक कहलाने लगे।-१९० उत्तरी अमरीकी इंडियन-देखिये रेड इंडियन । उसोपैट-राइन नदी के निचले भाग में दायें तट पर रहनेवाला एक जर्मन कवीला । पहली मदी ई० पू० के मध्य में बायें तट पर आकर रहने लगा, मगर रोमनो से हारकर वापस दायें तट पर लौट गया। १८८ एजटेक-१३७ एरी- उत्तरी अमरीका का एक रेड इंडियन कवीला । १२३ एलामानो- जर्मन कबीलों का एक समूह , जो तीसरी-चौथी सदियो में ओडर और एल्बा के वीच के इलाके को छोडकर राइन के ऊपरी इलाकों में बस गया था और वाद में शनैः-शनै: वर्तमान एल्सास , पूर्वी स्विट्जरलैण्ड और दक्षिणी-पश्चिमी जर्मनी के क्षेत्र में फैल गया था।-११८, १७४ प्रोजिब्वे (चिप्पेवा)- उत्तरी अमरीका का एक रेड इंडियन कबीला । -४६,११२ प्रोनीडा-उत्तरी अमरीका का एक रेड इडियन कबीला।-११६ प्रोनोनडेगा-इरोक्वा के समूह का एक उत्तरी अमरीकी रेड इंडियन कबीला ।-११६ प्रोमाहा- उत्तरी अमरीका का एक रडे इंडियन कबीला। -११२ औजिल-ौजिल नखलिस्तान (उत्तर-पूर्वी लीविया) मे रहनेवाले वर्बर जाति के लोग।- कबायल - अल्जीरिया के वर्वर कबीलो का एक समूह ।-७६ कराइब (करीब ) - दक्षिणी अमरीकी रेड इडियन कबीलो का एक समूह , जो उत्तरी और मध्य ब्राजील और उससे लगे वेनेजुएला, गिनी और कोलंबिया के इलाके में रहते थे।- ४६ काफ़िर - जूलू (सही नाम - जूलू )- दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका में रहनेवाली एक छोटी जाति । - १२३ कामिलरोई - एक आस्ट्रेलियाई कबीला, जो डार्लिंग नदी की उपत्यका (पश्चिमी प्रास्ट्रेलिया) मे रहता था।-५८ कारेन - दक्षिण-पूर्वी वर्मा में रहनेवाली एक छोटी जाति । - ४६ काल्मीक -एक मगोल मूल की जाति , जो सोलहवीं सदी में जुगारिया (मध्य एशिया) की स्तेपियो मे रहती थी और सत्रहवीं सदी के २६७
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