पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/१४७

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पहलेवाले काल में सूदखोर जिस तरह जमीने हड़प लिया करते थे, उस पर रोक लगायी गयी और उसके साथ-साथ कुछ लोगों के पास बहुत ज्यादा जमीन इकट्ठा होना रोका गया। व्यापार और दस्तकारी तथा उपयोगी कला-कौशल, जो दास-श्रम के आधार पर अधिकाधिक बड़े पैमाने पर संगठित किये जा रहे थे, मुख्य पेशे बन गये। शिक्षा और ज्ञानोद्दीप्ति की प्रगति होने लगी। अपने नागरिक बन्धुओं का पुराने पाशविक ढंग से शोपण करने के बजाय , अव एथेंसवासी मुख्यतया दासां का और अपने गैर-एथेनी संरक्षितों का शोषण करने लगे। चल सम्पत्ति, नकदी, दासों और जहाजों के रूप में सम्पत्ति बरावर बढती जाती थी। परन्तु पहले काल की परिमिति मे यदि यह केवल जमीन खरीदने का साधन थी, तो अब वह स्वयं साध्य बन गयी। एक ओर तो इससे नया, धनी , प्रौद्योगिक और व्यापारी वर्ग अभिजात वर्ग की पुरानी शक्ति को सफलतापूर्वक चुनौती देने लगा; तो दूसरी पोर उससे पुरानी गोन-व्यवस्था का अन्तिम प्राधार भी जाता रहा। इस प्रकार पुराने गोन , बिरादरिया और कबीले , जिनके मदस्य सारे ऐटिका मे बिखरे हुए थे और आपस में एकदम घुल-मिल गये थे, राजनीतिक संस्थानो के रूप में विलकुल बेकार हो गये। एथेंस के बहुत-से नागरिक किसी भी गोत्र के सदस्य नहीं थे, वे विदेशो से आये लोग थे जो नागरिक तो बना लिये गये थे, पर रक्त-मम्वद्धता पर माधारित पुरानी संस्थानों में प्रवेश नहीं कर पाये थे। इसके अतिरिक्त, विदेशो से भाये ऐसे लोगों की संख्या भी वरावर वढती रही थी जिन्हें केवल संरक्षण प्राप्त था । इस बीच पार्टियों का संघर्ष जारी था। अभिजात वर्ग अपने विशेषाधिकारों को फिर से पाने की कोशिश कर रहा था। कुछ समय के लिये उसका प्रभुत्व फिर से कायम हो भी गया। लेकिन ५०६ ई० पू० में बनाइस्योनीद्ध की क्रान्ति के फलस्वरूप उसफा अन्तिम रुप मे पतन हुआ, मोर उसके साय-गाय गोन-व्यवस्था के अन्तिम अवशेष भी मिट गये । बलाइस्थीनीज़ ने अपने नये संविधान में गोत्रों और विरादरियो पर भाधारित पुराने पार कचौलों का फोई गपाल नहीं रहा। उनकी जगह एक विलकुल नये मंगटन ने से लो, जिगमें नागरिको को फेवल उनके नियारा-स्थान के माधार पर यांटा गया था, जैगा कि पहले ही नौगियों के द्वारा करने की कोशिश की गयी थी। भय निर्मापक बात यह नहीं पी कि कोई किमी रक्तगम्बर ममूह का सदस्य है, कि यह थी कि उमा १४६