एथेनी राज्य का उदय राज्य का विकास कैसे हुआ, जिसमे गोन-व्यवस्था की कुछ संस्थाएं नये ढंग की संस्थानो मे बदल गयी और कुछ संस्थानो का स्थान नयी संस्थानों ने ले लिया, और अन्त मे, पुरानी तमाम संस्थानों की जगह पर असली सरकारी प्राधिकारी आ गये ; वास्तविक “सशस्त्र जनता" की जगह, जो अपने गोनों, विरादरियों और कबीलों के द्वारा खुद अपनी रक्षा किया करती थी, एक सशस्त्र “सार्वजनिक सत्ता आ गयी, जिसका कि ये प्राधिकारी जैसा चाहें, उपयोग कर सकते थे, और इसलिये जो जनता के खिलाफ भी इस्तेमाल की जा सकती थी - इस पूरे विकास की रूप-रेखा, कम से कम उसके प्रारम्भिक काल की रूप-रेखा, जितनी स्पष्टता से प्राचीन एथेंस में देखी जा सकती है, उतनी स्पष्टता से वह और कही नही देखी जा सकती। परिवर्तन के रूप मोटे तौर पर मोर्गन द्वारा बताये गये है, परन्तु जिस आर्थिक अन्तर्य से ये उत्पन्न हुए, वह अधिकांशतः मुझे खुद जोड देना पड़ा है। वीर-काल में चार एथेनी कवीले ऐटिका के चार अलग-अलग हिस्सों में रह रहे थे। बल्कि लगता है कि जिन बारह बिरादरियों को लेकर ये चार कबीले बने थे, वे भी सेक्रोप्स के बारह शहरों में अलग-अलग रहते थे। कबीलों का संघटन भी वही वीर-काल वाला था: जन-सभा, जन- परिषद् और एक वैसिलियस । उस प्राचीनतम काल में , जिसका कि लिखित इतिहास मिलता है, हम पाते है कि जमीन लोगों में बंट चुकी थी और व्यक्तियों की निजी सम्पत्ति वन गयी थी। यह इस बात के अनुरूप ही थी कि इस काल मे, वर्बर युग की उन्नत अवस्था के अन्तिम १३६
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