पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/१३५

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110 करता था, और बैसिलियस सेनानायक, न्यायाधीश और मुख्य पुरोहित हुआ करता था। मतलव यह कि बाद के काल की शासन-सत्ता के अर्थ मे बैसिलियस के हाथ में कोई शासन-सत्ता न थी। इस प्रकार, वीर-काल के यूनानी समाज-सघटन में, जहां हम यह पाते हैं कि पुरानी गोत्र-व्यवस्था अव भी शक्तिशाली है, वहा गाथ ही हम उसके पतन का प्रारम्भ भी देखते हैं : पित-मत्ता मानी जाने लगी है और पिता को सम्पत्ति बच्चों को मिलने लगी है, जिससे परिवार के अन्दर मम्पत्ति एकत्रित करने की प्रवृत्ति को बल मिलता है और गोत्र के मुकाबले में परिवार शक्तिशाली हो जाता है। कुछ लोगो के पास कम और कुछ के पास अधिक धन हो जाने का समाज के संघटन पर असर पड़ता है और आनवंशिक अभिजात वर्ग और राजतन के पहले अंकुर निकल आते है। दास-प्रथा प्रारम्भ हो जाती है, जो शुरू मे युद्धबंदियो तक सीमित थी, पर जिसके परिणामस्वरूप बाद में अपने कबीले के और यहां तक कि अपने गोन के सदस्यों को भी गुलाम बनाने का रास्ता साफ हो गया ; पुराने ज़माने में कबीलो के बीच होनेवाले युद्ध भ्रष्ट होकर नया रूप लेते है- जीविकोपार्जन के साधन के रूप में ढोर, दास और धन लूटने के लिये जमीन और पानी के रास्ते से बाकायदा धावे बोले जाते हैं। संक्षेप मे, धन-दौलत को दुनिया में सबसे बड़ी चीज समझा जाने लगता है, उसे प्रशसा और आदर की दृष्टि से देखा जाने लगा है और पुराने गोत्र-ममाज की सस्थाओं और प्रथाओं को भ्रष्ट किया जाता है ताकि धन-दौलत को

यूनानी बैसिलियस की तरह एजटेक लोगो के सैनिक मुखिया को भी गलत ढंग से आधुनिक काल के राजा के रूप में पेश किया जाता है। स्पेनियो ने एजटक लोगों को शुरू मे गलत समझा, उनका अतिरंजित चिन दिया, और बाद मे तो जान-बूझकर झूठी बाते गढ़ीं। स्पेनियो की रिपोर्टों की ऐतिहासिक दृष्टि से आलोचना सबसे पहले मौर्गन ने की। उन्होने बताया कि मैक्सिकोवासी बर्बर युग को मध्यम अवस्था में थे; पर उनका स्तर न्यूमैक्सिको के पुएब्लो इडियनों के स्तर से ऊंचा था और उनका समाज-संघटन , जहाँ तक कोई भ्रष्ट रिपोर्टों से अनुमान कर सकता है, मोटे तौर पर इस ढंग का था। तीन कबीलों का एक महासंघ था, जो कई अन्य कबीलों से कर लेते ये ; महासघ का प्रबंध एक महासघीय सेनानायक द्वारा होता था। इसी सेनानायक को स्पेनियो ने " सम्राट" के रूप में बदल दिया था। (एंगेल्स का नोट) १३७