पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/११४

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यह देखने को भी मिलता है कि एक कवीले में दो बहुत घनिष्ठ रूप से सम्बन्धित बोलिया बोली जाती है। अमरीकी कवीलो मे औसतन् २,००० से कम लोग होते है। परन्तु चिरोकियो की संख्या लगभग २६,००० है। अमरीका के एक बोली वोलनेवाले इडियनो मे उनकी संख्या सबसे अधिक 1 ३. कबीलो को गोत्रो द्वारा चुने गये साखेमों और युद्ध-काल के नेताओं का अभिषेक करने का अधिकार होता है। ४. उन्हे गोत्र की इच्छा के विरुद्ध भी पद से हटा देने का भी अधिकार कबीले को प्राप्त है। सालेम और युद्ध-काल के नेता चूकि कबीले की परिपद् के सदस्य होते हैं, इसलिये उनके बारे मे कबीले के इन अधिकारों के लिये किसी स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है। जहा कुछ कबीलो का महासंघ कायम हो जाता है और इन कबीलो के प्रतिनिधि एक सघीय परिषद् मे जमा होते है , वहा उपरोक्त अधिकार परिषद् को सौप दिये जाते है। ५. हर क़बीले की समान धार्मिक धारणायें (पौराणिक कथाएं) और पूजा-पाठ की रीति होती है। "बर्बर लोगों के ढंग पर अमरीकी इडियन भी धार्मिक लोग थे।" 82

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उनकी पौराणिक कथाओ को अभी तक कोई भी समीक्षात्मक खोज नहीं हुई है। उन्होने अपने धार्मिक विचारो को व्यक्ति-रूप-तरह-तरह के भूतप्रेत या देवी-देवतानो का रूप- दिया था, परन्तु बर्वर युग की निम्न अवस्था में , जिसमे वे रह रहे थे, उन्होने अभी उन्हें प्राकार, यानी मूर्तियो का रूप नही दिया था। यह प्रकृति और महाभूतो की पूजा थी, जो धीरे- धीरे बहुदेववाद का रूप धारण कर रही थी। अलग-अलग कवीलों के अपने नियमित त्योहार होते थे जिनमे विशेप ढग से, खासकर नृत्य और खेलो के द्वारा, पूजा की जाती थी। विशेष रूप से नृत्य सभी धार्मिक अनुष्ठानो के आवश्यक अंग होते थे; हर कबीला अपने नृत्य अलग करता था। ६. हर कबीले की अपनी कवायली परिषद् होती थी जो कवीले के माम मामलो का निर्णय करती थी। इस परिषद् मे अलग-अलग गोत्रो के सभी साखेम और युद्ध-काल के नेता होते थे। ये गोनो के सच्चे प्रतिनिधि होते थे, क्योकि इन्हें कभी भी अपने पद से अलग किया जा सकता था। ११६ -