पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/४०९

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Padas 12-15 ] पायल = नूपुर, पाजेव । परसे = Ascent (१) स्पर्श कर, छूकर, ( २ ) परसने से, स्पर्श करने से । 14 घोर ( From Sk. घुर ) = गाढ़ा, विकराल | 59 भुनी ( From भुनना, अकर्मक रूप of भूनना ) = जल गयी । भूनना ( From Sk. भर्जन ) - to burn; to frs; to boil. घूमना ( From Sk. घूर्णन ) = चारों ओर फिरना । to be absorbed. सनी From सनना = लीन होना - -10 - रोम रोम आनन्द उपज करि आलस सहज भनी When आनन्द entered. आलस went away and vice versa. cf. Eipedocles : Hatred and Love. भनी - From भनना ( From Sk. भंजन. cf. धनुष भंग and दुख भंजन; Also भांग काढणें Marathi ). दुविधा विपति = द्वैत रूपी विपत्ति, द्विधा । Also आध्यात्मिक aud आधिभौतिक, but not आधिदैविक । ef Kabir : 'दिल की दुविधा जाहि '. पाँच जनी - organs. Five elements; Five motor or sense चरन ही दासा - ' ef. 'सवद निरन्तर से मन लागा' | Also ते (उपसर्गाः) प्राग्धातोः । परेऽपि । व्यवहिताश्च । सुकदेव Guru of चरणदास ? - = - सिखर अनी नोकदार चोटी चरम सीमा pointed peak. cf. Maharaja's Pada : अन्निरो । गुरुचिन कीलु मेलोन्नरो । 15 Summit; "कोल कोल = अन्तःपुर में प्रवेश करने वाला; अन्तर में प्रवेश करने वाला; पहुँचा हुआ । महरम ऐसा देस हमारा दस हमारा | - e. g. जहँ नौवत वाजे, बिजली चमके • ऐसा किताब - (cf. किताब इलाही, किताब आसमानी mealu कुरान ) Kabir uses this word in the sense of कुरान.