पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३३३

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Dohas 10-12] Ascent (१०) अनुवाद. अलक्ष्य पुरुष निर्वाण है - उसको कोई नहीं देख सकता । उसको तो वही देख सकता है जो उस घर का है । केवल घर का हुआ तो हुआ, तख्त तले का निवासी हो। तख्त के नीचे वाला ही वीर हैं; वही शब्द का प्रेमी होता है । (११) अनुवाद. शब्द शब्द का गर्भ है । शब्द शब्द का सिर है । शब्द ही शब्द का अन्वेषण है । शब्द ही शब्द का स्वामी Tho है । (१२) अनुवाद. मकड़ी अपने तंतु से चढ़ती है; पर चढ़कर उतर जाती है । सन्त शब्द से चढ़ता है; पर चढ़ते ही चढ़ते जाता है । २७५