पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३१०

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२५२ परमार्थसोपान [ Part II Ch. 4 10 A NAME THAT SPROUTS AND A NAME THAT DOES NOT SPROUT INTO FORM राम नाम सब कोइ कहै, ठग ठाकुर अरु चोर । जिस से धुव प्रहलाद तरे, वह नाम कुछ और || 11. NAME ON TONGUE LIGHTS UP BOTH INSIDE AND OUTSIDE. राम नाम मणि दीप धरु, जीह देहरी द्वार | तुलसी भीतर बाहिर हुँ, जो चाहसि उजियार !! 12. THE NAME CAN TRANSMUTE A SINNER INTO A SAINT. नाम राम को कल्पतरु, कलि कल्यान निवास । जो सुमिरत भयो भाँग ते, तुलसी तुलसीदास ॥