पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/२९३

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Dohas 13-15] Moral Preparation (१३) अनुवाद. कवीर हाथ में जलती मशाल लेकर बाज़ार में खड़ा है ( और कहता है, ) जो अपना घर फूंके, वही हमारे साथ चले | २३५ (१४) अनुवाद. मन्नूर सूली पर चढ़ा । उसने इष्कवाज़ों से चिल्लाकर कहा कि, यह ख़ुदा की अटारी का जीना है । जिसका दिल चाहे वह आवे | (१५) अनुवाद. साधु कहलाना कठिन है । खजूर का पेड़ ऊँचा होता है । ( उसकी चोटी तक ) जो चढ़ेगा, वही प्रेमरस चखेगा। जो गिर जाएगा, वह चकनाचूर हो जाएगा ।