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२२० परमार्थसोपान [ Part II Ch. 1 CHAPTER 1 Incentives to Spiritual Life. 1. ON PERPETUAL FLUX. सदा नगारा कूच का, बाजत आठों जाम । रहिमन या जग आइके, को करि सका मुकाम ॥ 2. ONE GOES AHEAD, ANOTHER FOLLOWS. पाती झड़ती देखते, हँसती कोपलियाँ | हम चलीं तुम भी चलिये, धीमी बावलियाँ | फिर भी पाती यूँ कहे, सुन तरुवर एक बात । सैंया ऐसा सिरजिया, एक आवत एक जात ॥