यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
१६४.. परमार्थसोपान [ Part I Ch. 5. 9. YARI ON MANIFOLD SPIRITUAL EXPERIENCE, झिलमिल झिलमिल बरसै नूरा, नूर जहूर सदा भरपूरा रुनझुन रुनझुन अनहत बाजै, भँवर गुँजार गगन चढ़ि गाजै ॥ रिमझिम रिमझिम बरसै मोती. 11 भयो प्रकास निरन्तर जोती 11 निर्मल निर्मल निर्मल नामा, कह यारी तहँ लियो विस्रामा ॥