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पउमचरित [...,-100-100,' भामण्डलु कमलासण-समाणु बहु-दिवसेंहिँ गउ णिवाण-थाणु॥ दससिरु वि सुरासुर-डेमर-भेरि उब्वहइ पुरन्दर-वइर-खेरि ॥९ ॥ घत्ता॥ 'पईसरेवि जेण रण-सरवरें मालिहें खुडियां सिर-कमलु । । तहों खलहों पुरन्दर-हंसहों पाडमि पाण-पक्ख-जुअल' ॥१० [११] ॥ दुवई ॥ एम भणेवि देवि रण-भेरि पयर्ट्स तुरन्तु रावणो जो जम-धणय-कणय -वुह-अट्ठावय-धरै-थरहरावणो ॥१ ५ णीसरिऍ दसाणणे णिसियरिन्द णं मुक्कस णिग्गय गइन्द ॥२ माणुण्णय णिय-णिय-वाहणत्थ दणु-दारण पहरण-पवर-हत्थ ॥३ समुह वड णिविड गय-घड घर(?) णन्दीसर-दीवु व सुर पयट्ट ॥४ पायाललङ्क पावन्तएण दहगीवें वइरु वहन्तएण ॥५ पजलिउ जलणु जालासएण(?) ॥ ६ "बुखा 'खर-दूसण लेहु ताव खल खुद्द पिसुण परिधिट्ट पाव' ॥७ तं वयणु सुणेप्पिणु मामएण लङ्काहिउ वुज्झाविउ मएण ॥८ 'सहुँ सालएहिं किर कवण काणि जइ घाइय तो तुम्हहुँ जि हाणि ॥९ बहु बहिणि-सहोवर-णिलऍ जाहुँ .आरसेवि किजई काइँ ताहुँ' ॥ १० ॥ धत्ता ॥ तं वयणु सुणेवि दहवयणेण मच्छरु मणे परिसेसियउँ । चूडामणि-पाहुडनहत्थर इन्दइ कोकउ पेसियते ॥ ११ [१२] ॥ दुवई॥ आइय तेत्यु ते वि पिय चयनुहिँ जोकारिउ दसाणणो। गउ किक्किन्ध-णयरु सुग्गीउ वि मिलिउ सं-मन्ति-साहणो॥१ 11मिम्वाणु ठाणु. 12 PS पइसारेवि, पइसरिवि. 13 A सुंटिउ. 14 A पंक्स. 11. 1 wanting in PSA. 2 PS पट्टय. 3 ? वुहय०. 4 P °वयधर, ववधर'. 5 साणण. 6 P णिसियरिंदें, s णिसियरेंदे. 7 गई, 8 गईदे. 8 Ps सम्मुह. 98 वीर. 108 A तुम्हहं. 11 A भइणि, 12PS °सहोयर'. 13 कीरइ. 14 मच्छर. 15 मामेलियड. 16 पेसिड. 12. 1 wanting in P 8 A. 2 P 8 EHTY. २विहारम्. ३ कलुषता. [१२] १ ('s reading) समस्त.