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अङ्क ४]
[दृश्य १
न्याय
सिद्धान्त है जिसे जीवन में कभी न भूलना चाहिये। यही पक्की नीति है।
स्वीडिल
आपको आशा है कि मालिक लोग उन्हें ले लेंगे।
कोकसन
यह अभी कुछ कह नहीं सकता।
[बाहर के दफ़्तर में किसी के पैरों की आहट पाकर]
कौन है?
स्वीडिल
[दरवाज़े के पास जाकर देखता हुआ]
फ़ाल्डर आए हैं।
कोकसन
[चिल्लाकर]
ओफ़! यह उसकी बड़ी बेवकूफी है। उसे फिर आने को कहो। मैं नहीं चाहता......
[फ़ाल्डर के भीतर आते ही वह चुप हो जाता है। उसका चेहरा पीला और मुरझाया हुआ है। उम्र भी ज़्यादा
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