यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क २]
[दृश्य १
न्याय
जज
[रिपोर्टरों से]
प्रेस के महोदयगण, आज के मामले में जिस औरत ने गवाही दी है उसका नाम क़ागज़ों में जाहिर न हो।
[रिपोर्टर लोग सिर झुकाकर स्वीकार करते हैं।]
जज
[रुथ से जो उस ओर देख रही है]
तुम समझ गई न? तुम्हारा नाम जाहिर न होगा।
कोकसन
[रुथ की आस्तीन पकड़कर]
जज आपसे कुछ कह रहे हैं।
[रुथ जज की ओर देखती है और चली जाती है।]
जज
आज मैं अभी और बैठूँगा। दूसरा मामला पेश करो। अहलमद जॉन बूली को आवाज़ दो।
१४८