पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७८७

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गा २१ पञ्च] २ पुस्तका डोरी और अखिअब के घराने का माइन डालंगा और मैं यरूमानम को ऐमा पे रंगा जैसे कोई बामन को पोकता है और धा देता है । १४ । और उन के अधिकार के बने हुए को अन्नग करूंगा और उन्हें उन के बैरियां के हाथ में सेपिंगा और वे अपने मारे बैरिया के लिये अहेर और लूट हेांगे॥ १५ । क्योंकि उन्हों ने मेरो दृष्टि में बुराई किई और जिस दिन से उन के पिता मित्र से निकले उन्हों ने आज ले। मुझे रिम दिलाई। १६ । इस्म अधिक मुनरसी ने बहुत निर्दोष ले ह बहाया यहां ले कि उस ने यरूम लम के। एक सिरे से दूसरे सिरे लो भर दिया यह उस पाप से अधिक है जो परमेश्वर को दृष्टि में यहूदाह से बुराई करवाई ॥ ५७ । अव मुनमी को रही हुई क्रिया और सब कुछ जा उस ने किया और यह कि उम ने कैसे पाप किय से यहूदाह के राजाओं के समयां को पस्तक में लिखा नहीं है। १८। और ममस्मा ने अपने पितरो में शयन किया और अपने घर को बाटिका में उन्ना का बाटिका में गया और उस का टा अमन उस का सन्तो राज्य पर बैठा ।। १६ । और जब अमन राज्य करने लगा तब बाईस बरम का था उस ने यरूमलम में दा वरन राज्य किया उस को माता का नाम मुसलमत या जा यतवः के हरूस की बेटा थी। २.। और उस ने परमेश्वर कौ दृष्टि में अपने पिता मनमी के समान बुराई किई॥ २१ । और बुह अपने पिता की सारी चाल पर चला किया और अपने पिता की मुत्तों को प्रार्थना करके उन की पजा किई ॥ २२। और उस ने परमेश्वर अपने पितरों के ईश्वर को त्यागा और परमेश्वर के मार्ग पर न चला ॥ २३ । और अमन के सेवकों ने उस के विरोध में युक्ति बांध के राजा को उमौ के घर में घात किया । २४ । और देश के लेगां ने उन सब को घात किया जिन्हों ने अमम राजा के विरुद्द युक्ति बांधों और देश के लोगो ने उस के बेटे यसियाह को उम के स्थान पर राजा किया । २५। और अमून की रही हुई क्रिया और मब कुछ जो उस ने किया से। क्या यहूदाह के राजा के समयों के समाचार को पुस्तक में लिखा नहीं है। २६ । और वह अपनी ममाधि में उज्जा की बाटिका में गाड़ा गया और उस का बेटा यूसियाह उम को सन्तो राज्य पर बैठा।