पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/४२७

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

३४ पन्च जानता। ७॥ नवरा को पुस्तक। ५११ परमेश्वर का सेवक मूसा परमेश्वर के बचन के समान वहां मानव के देश में मर गया। ६। और उस ने उसे मोअव के देश की तराई में वेत- फाजर के साम्ने गाड़ा पर आज के दिन लों काई, उस की समाधि को नहीं और मूसा अपने मरने के समय में एक मावोस वरम का था उस की आखें धुंधली न हुई और उम का खाभाविक बल ८। और इसराएल के संतानों ने मूसा के लिये मोअब के चौगानों में तीस दिन लो विलाप किया और ममा के लिये उन के रोने पीटने के दिन समाप्त हुए॥ । और नून का बेटा यह सूत्र बुद्धि के आत्मा से भर गया क्योंकि मूमा ने अपने हाथ उस पर रक थे और इसराएल के संतान ने उसे माना और जैसा परमेश्वर ने मूमा को कहा था उम ने वैसा ही किया ॥ १.। और तब से इसराएल में मूसा के समान कोई श्रागमज्ञानी फेर न हुअा जिसे परमेश्वर आम्ने सान्ने जानता था। ११ । उन सब अच भित और आश्चर्यित में फिरजन और उस के सब सेवको के और उस के समस्त देश में परमेश्वर ने मिस के देश में उसे भेजा था॥ १२। और समस्त सामर्थी हाथ और समस्त बड़े बड़े भय में जो मूसा ने समस्त इसराएल के आगे दिखाये ।