पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३२९

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की पुस्तके २७ पन्चे] कहके बाला ॥ ५३ । कि यह देश उन के नाम की गिनती के समान इन के लिये अधिकार में भाग किया जाय। ५४ न बहुतों को बहुतमा अधिकार दीजिया और थाडा को थोड़ा अधिकार हर एक को उम के गिने गये के समान दिया जाय ॥ ५५ । तिस पर भी देश चिट्ठी से बांटा जावे वे अपने पितरों की गोष्ठियों के नाम के समान अधिकार पावें ॥५६। बहनों और थोड़ों में चिट्ठी से उन का अधिकार बांट दिया जाय ॥ ५७। और वे जो लावियों में से गिने गये उन के घराने के समान ये हैं जैरसन से जैरसुनियों का घराना कि हान से किहानियों का घराना मिरारीसेमिरारियां का घराना। ५८ लावो के घराने से लबनियां का घराना हबरुनियां का धराना मुहली का घराना मूसी का घराना कुरह का घराना और किहात से अमराम उत्पन्न हुआ। ५६ । और अमराम की पत्नी का नाम यूकबिद था लाबी की कन्या जिसे उस की माता लायो से मिस्र में जनौ सो बुह अमराम से हारून और मूसा और उन की बहिन मिरयम को जनी। ६० । और हारून के बेट नदय और अविहू इलिअजर और ईतमर ॥ ६१ । सो नदब और अविहू उस समय कि वे ऊपरी भाग परमेश्वर के आगे लाय मर गये ॥ ६२। और वे जो उन में गिने गये एक माम से लेके ऊपर ले तेईस सहस्र पुरुष थेये दूसराएल के मंतानों में गिने नहीं गये क्योंकि उन्हें इसारएल के संतान के साथ अधिकार नहीं दिया गया ॥ ६३ । ये वे इमराएल के संतान हैं जिन्हें मसा और इलिअजर याजक ने मोअब के चैरगानों में वरदन नदी यरोह के साम्ब गिना॥ ६४। परंतु ममा और हारून याजक के गिने हुयों में से जिस ममय कि इसराएल के संतान को मोना के बन में गिना था एक मनुष्य भी उन में न था। ६५ । क्योंकि परमेश्वर ने उन के विषय में कहा था कि वे निश्चय अरण्य में मर जायगे से उन में से केवल यपुनः के बेटे कालिव और नून के बेटे यमृत्र को छाड़ एक भी न बचा ॥ २७ सताई सबां पर्व। ब यमुफ के बेटे मुनस्मौ के घराने से मुनम्मी के बेटे मकौर के बेट [ [A. R. S.)