पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२७

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की पुस्तक तजरमः। ७॥ १०। और बेटे जुम्न और माजज और मादी और युनान और तबल और मसक और तीरास ॥ ३। और जुम्न के बेटे अनाज और रिफाम और ४। यौर यूनान के बेटे इलीमः और तरशीश और किनी और दानी॥ ५। इन्हीं से अन्यदेशियों के टापू हर एक अपनी अपनी भाषा के और अपने अपने परिवार के समान अपनी अपनी जाति में बंट गये। ६। और हाम के बेटे कूश और मिस्र और फ़त और कनान कुश के बेटे सबा और हवीला और सबतः और रगमः और सवनिका और रगमः के वेटे सिबा और ददान॥ ८। और कूश से निमरूद उत्पन्न हुअा वह एथिवी पर एक महावीर होने लगा ॥ । वह ईश्वर के आगे बन्नबान व्याधा हुअा इसी लिये कहा जाता है जैसा कि परमेश्वर के आगे निमरूट् बलवंत व्याधा ॥ उस के राज्य का प्रारंभ वावुल और अरक और अक्कद और कलनः मिनार देश में हुआ। ११ । और उसी देश में से अहर निकला और नीनवः और रिहाबात और कलः के नगर बनाये ॥ १२। और नौनचः और कलः के मध्य में रमन बनाया जो बड़ा नगर है॥ १३ । और मिस्र से लोदीम और अनामीम चौर लिहाबी और नफ़तूह जन्पन्न हुए ॥ १४ । औरर फतरूस और कसलू ही जिन से फिलिस्ती और कफतूर निकले। १५। और कनयान से उस का पहिलोटा सैदा और हिन्त उत्पन्न हुए। १६। और यवूस और अमरी और जिरजाश ॥ १७॥ और हवी और अरकी और सोनी॥ १८। और अरबाद और ज़मारी और हमासी उम के पीछे कनान के घराने फैल गये॥ १६। और कनान के सिवाने मैदा से जिरार के मार्ग में ले सटून छौर अमरः और अनमः और जिवियान और लसन लो हुए ॥ २० । हाम के बेटे अपने घरानों और अपनी भाषाओं के समान अपने देशों और अपनी जाति गणेां में ये हैं। २९। और सिम से भी बालक उत्पन्न हुए बुह सारे इन के बंश का पिता था और याफत उस का बड़ा भाई था ॥ २२। और सिम के बंश अलाम और असूर और अरफ़कसद और सूदभार अराम थे। २३ । और अराम के बंश जज और हूल औरर जतर और मश थे। [A. B.S.] 3