पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२६५

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

भूसा को चौथो पुखक जो गिनती की कहातो है। मू १ पहिला पद। मन की भूमि से उन के निकलने के पीछे दूसरे बरस दूसरे मास की पहिली तिथि को सौना के पहाड़ के वन में मंडली के संब में परमेश्वर मूसा से कह के बोला। २। उनके पितरों के घराने के समान इमराएल के संतानों की समस्त मंडली के घराने के समान हर एक पुरुष के नामों का लेखा करे। ३। बीस बरस से ऊपर सब जो इसराएल में लड़ाई के येरग्य हेावें तू और हारून उन को सेना सेना गिन ॥ ४ । और हर एक गोष्ठी में से एक एक मनुष्य जो अपने अपने पितरों के घराने का प्रधान है तुम्हारे साथ होवे ॥ ५ । और जो जन तुम्हारे साथ खड़े होंगे उन के ये नाम हैं रूबिन में से शदेकर के बेटे इतिसूर । ६ । शमन में से सूरिमट्टी का बेटा सलूमिएल ॥ ७। यहूदाह में से अम्भिनदब का बेटा महशून ॥ ८। दूशकार में से सुग्र के बेटे नत- निऐल॥ । जलन में से हैलन के बेटे इलियब ।। १० । यूसुफ के संतान इफरायम में से अम्मि हद के बेटे इलिसमः और मुनस्सों में से फिदाहसूर के बेटे जमलीएल ॥ १९ । बिनयमीन में से जिदःअनी के बेटे अबिदान॥ १२। दान में से अम्मिशही के बेटे अखि अजर॥ १३ । यसर में से अफरून के बेटे फजश्रिऐल ॥ १४ । जट् में से दअऐन के मेरे इनयासफ ॥ १५ । नफनाली में से अनान के बेटे अखिरः॥ १६। अपने अपने पितरों की गोष्ठियों के अध्यक्ष मन्ली में य भामौ थे दूसराएल में महरा [A. B. S.) ON 38