यह मन्दिर हैदरअली और टीपू ही के आधीन रहा; परन्तु उस समय से इसका प्रभुत्व फिर अँगरेजों को प्राप्त हुआ। चिदम्बर दक्षिणी आरकट का एक "सब-डिवीज़न” है और अँगरेजी राज्य के अन्तर्गत है।