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दुर्गेशनन्दिनी।
प्रथम भाग।
बंग भाषा के प्रसिद्ध उपन्यास लेखक
बाबू बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय कृत
बङ्गला ‘दुर्गेशनन्दिनी’ भाषानुवाद।
बाबू गदाधरसिंह कृत।
बाबू माधोप्रसाद ने
काशी ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ से अधिकार
लेकर छपवाया और प्रकाश
किया।
काशी।
जार्ज प्रिंटिंग वर्क्स, में मुद्रित।
१९१४ ई.