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चाण्डाल से भी बदतर

एक न्यायाधीश ने क्या कहा?

जुलाई, लारेन्सविली, गा—लारेन्स विली,गा के न्यायाधीश चार्ल्स एच॰ ब्रैंड ने अपने न्यायालय में न्याय के लिए आये दो हबशियों की रक्षा के लिए सैनिक सहायता मँगवाने से इनकार कर दिया। उन दोनों हबशियों में एक पर यह अपराध लगाया गया था कि उसने किसी गोरी महिला पर आक्रमण किया था और दूसरे पर यह कि 'वह इधर-उधर इस प्रकार घूम रहा था कि उस पर सन्देह किया जा सकता था।'

दोनों अन्याय और क्रूरतापूर्वक मार डाले गये। एक रेलगाड़ी में से, जहाँ वह दो अफसरों की जिम्मेदारी में था, बलात् उतार लिया गया और मारा गया।(जब तक यात्री उसके निर्दयतापूर्वक वध का दृश्य देखते रहे तब तक गाड़ी खड़ी रही।) दूसरे को कई सौ मनुष्यों के प्रबल समूह ने कारागार से बाहर घसीट कर वध किया।

न्यायाधीश ब्रैंड ने अपने कैदियों की रक्षा न कर सकने की नीति का इस प्रकार समर्थन किया था:—

"इस देश में ऐसे समस्त हत्यारे हबशियों के लिए किसी गोरे मनुष्य के प्राणों का बलिदान होने में मैं साधन नहीं बनना चाहता।....मेरी आत्मा और मेरे ईश्वर मुझे ऐसा करने के लिए पूर्णरूप से आज्ञा देते हैं। ऐसे सैकड़ों हबशियों की प्राण-रक्षा करने के लिए एक भी गोरे मनुष्य का जीवन सङ्कट में नहीं डालना चाहता।"

गवर्नर ब्लीस क्या कहते हैं?

११ नवम्बर, होनीपथ, एस॰ सी॰—साउथ कैरोलिना के हाल ही में हुए एक रोमाञ्चकारी हत्याकाण्ड के सम्बन्ध में वहां के गवर्नर ब्लीस कहते हैं कि 'उस पशु हबशी को दण्ड देने से गोरों को रोकने के लिए अपने पद की शक्ति का प्रयोग करने की अपेक्षा 'मैं अपना पद-त्याग करके होनी पथ की भीड़ का नेतृत्व ग्रहण करना अधिक उचित समझता हूँ।'