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दक्षिण अफ्रिका का सत्याग्रह
होजाता। उनको संग्रहित करने के साधन मुझेउतपल् करना पड़ते । ओर यह तो मेरे श्रपरिमही आत्मा केलिए झसह्य हो जाता।
पर यह शिक्षा-प्रयोग व्यथनहींसावितहुआ ।लड़कों मेंकभी असहिष्णुता नहीं दिखाई दी। एक दूसरे के घमभोररीति-तीति का
पेआदर करना सीख गये, ओर सभ्यता सीख गये ।व्यमी भी बने ! आज भी उ्त बात्कों में सेजितनें को मेंजानता हूँ,उनके कार्यों को
देखते हुए मुझेयही मालम होता है,कि टॉल्टटॉय फार्म पर उन्होंने जो बुद्ध सीखा था वह व्यथ नहीं गया। अधूरा सद्दी; पर था बह
विचारमय और धार्मिक प्रयोग टॉल्स्टॉय फाम की अत्यन्त मधुर छतियों मे से शिक्षा को स्मृत्ति किसी प्रकार कम मधुर नहीं है।
पर इन मधुर स्वृतियों के लिए एक परेप्रकरण की भ्रावश्यफता है।