पृष्ठ:टोबा टेकसिंह.djvu/१६५

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उमरा दूसरी फिल्म डायरेक्ट करने का मौरा दिया जाएगा। चड्ढा अपनी दो वरम की पेण्डिग तनरवाह मे से डेढ हजार रुपया एक साथ प्राप्त करने में सफल हा गया था, इसलिए उमन रजीनकुमार स कहा था, 'मेरी जान, अगर कुछ वसूल परना चाहत हो तो मरी तरह प्लग म मुवतला हो जाग्री हीरा और डायरसटर बनने से तो मेरा ख्याल है, यह कही अच्छा गरीबनबाज कुछ ही दिन पहले हैदराबाद होकर पाया था, इसलिए सईदा काटज किंचित सम्पन थी। मैंन दखा, गरेज के बाहर अलगनी पर ऐसी कमीनें और सलवार लटक रही थी, जिनका कपडा अच्छा और कीमती या शीरी के बच्चे के पास नय खिलौन । मुझ पूना म पन्द्रह दिन रहना पडा । मरा पुराना फिल्मा का साधी अब नई फिल्म की हीरोइन की मुहब्बत म मुबतला होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इरता था क्योकि यह होरोइन पजाबी थी और उसका पनि बडी बडी भूछा वाला हट्टा कट्टा मुश्टा था। चडढे ने सलाह दी थी, कुछ परवाह न करो, उस साले की जिस पजाबी एक्ट्रेस का पति बड़ी बडी मूछा वाला पहलवान हो, यह इश्क के मदान में जरूर चारो ग्वान चिन गिरा करता है। वस, इतना करो कि सौ स्पय फी गाली के हिसाब से मुझर दस बीस हेवी वेट विस्म को गालिया सीख लो। य तुम्हारी खास मुश्किलो म बहुत काम पाया करेंगी।' होश एक बोतल फी गाली के हिसाब स छ गालिया पजाब के सास लहजे म याद कर चुका था लेकिन अभी तक उस अपने इश्क के रास्ते म कोई एमी सास मुश्किल पेश नहीं आई थी जो वह उनके प्रभाव को परख सकता। मम्मी के घर नियमानुसार महफ्लेिं जमती थी । पोली डाली, पिटी, एलिमा, थैलिमा आदि सब पाती थी। वनक्तरे पूर्ववत थैलिमा को क्याली और ताण्डव नाव की ता धई और घानी ना कत वन टू श्री बना बनाकर बताता था और वह उसे सीखन की पूरी कोशिश करती यो। गरीबनमाज उसी तरह बज दे रहा था, और रजीनकुमार, जिसका अब कम्पनी की नई फिल्म म हीरो का चास मिल रहा था, उनमें से किसी 160ोताrfie