पृष्ठ:जाति क्यों नहीं जाती.pdf/१२१

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

122 / जाति क्यों नहीं जाती ? चलाएं | हमारे लिये यह एक इम्तिहान है। क्या हम रूढ़ियों को तोड़कर, एक समतामूलक समाज की स्थापना के लिये, हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं? इस प्रश्न के उत्तर पर ही टिका है भारतीय समाज का भविष्य और इसी से होगा जाति कुप्रथा की जिन्दगी और मौत का फैसला।