पृष्ठ:जमसेदजी नसरवानजी ताता का जीवन चरित्र.djvu/१५

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जमसेदजी नसरवानजी ताता-


किया। आपको इस काममें इतनी सफलता रही इसीसे मालूम होता है कि जगहका चुनाव कितना अच्छा हुआ। एक कंपनी स्थापित हुई जिसका नाम "सेंट्रल इंडियन स्पिनिंग ऐंड वीविंग कंपनी" पड़ा।

ता॰ १ जनवरी सन् १८७७ ई॰ में मिल का आरम्भ हुआ। यह वही शुभ दिन है जिस रोज स्वर्गवासिनी महारानी विक्टोरिया इस देशकी राजराजेश्वरी हुईं। उसी दिन मिल खोल कर, ताताजीने मानों यह सिद्ध किया कि सुशासनके लिये औद्योगिक उन्नति का एक दिन भी पिछड़ना ठीक नहीं है। कारख़ानेका नास "दी इम्प्रेस मिल" पड़ा। श्रीगणेश तो होगया लेकिन काम जितने महत्वका था उतनाही कठिन भी था।

लेकिन ताता महोदय कठिनाइयोंसे डरने वाले आदमी नहीं थे। जमीन खरीद ली गई, इमारतें खड़ी होगईं। काम चलने लगा। इम्प्रेस मिलके लिये सबसे बढ़कर भाग्यकी बात यह हुई, कि सरवेजनजी दादा भाई उसके मैनेजर नियत हुए। इसके पहले आप जी॰ आई॰ पी॰ रेलवेके ट्रैफिक मैनेजर थे। गोकि आपको कपड़े के कारखानेका तजरबा नहीं था लेकिन आप सा परिश्रमी, चतुर और ईमान्दार आदमी जिस कामको उठावेगा, उसीको अच्छी तरहसे करेगा। आज इस्प्रेस मिलकी जो उन्नति दिखाई पड़ती है उससे साफ मालूम होता है कि मैनेजरके चुनावमें ताता महोदयने कितनी बुद्धिमता की। इस