पृष्ठ:चंद्रकांता संतति भाग 1.djvu/१२३

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कमसिन औरत की थी। हाथ में हीरे का जड़ाऊ कड़ा और जमीन पर मानिक की दो तीन बारीक जड़ाऊ चूड़ियाँ भी मौजूद थीं, शायद कलाई कट कर गिरते समय ये चूड़ियाँ हाथ से अलग हो जमीन पर फैल गई हों।

इस कलाई के देखने से सभी को रंज हुआ और झट उस औरत की तरफ खयाल दौड़ गया, जिसे इस कोठरी में से निककते सभी ने देखा था। चाहे उस औरत के सबब से ये कैसे ही हैरान क्यों न हों मगर उसकी सूरत ने सभी को अपने ऊपर मेहरबान बना लिया था, खास करके कुँअर आनन्दसिंह के दिल में तो वह उनके जान और माल की मालिक ही होकर बैठ गई थी, इसलिए सबसे ज्यादा दुःख छोटे कुँअर साहब को हुआ। यह सोचकर कि बेशक यह उसी औरत की कलाई है कुँअर आनन्दसिंह की आँखों में जल भर आया और कलेजे में एक किस्म का दर्द पैदा हुआ, मगर इस समय कुछ कहने या अपने दिल का हाल जाहिर करने का मौका न समझ उन्होंने बड़ी कोशिश से अपने को सम्हाला और चुपचाप सभी का मुँह देखने लगे।

पाठक, अभी इस औरत के बारे में बहुत-कुछ लिखना है इसलिए जब तक यह मालूम न हो जाये कि यह औरत कौन है तब तक अपने और आपके सुभीते के लिए हम इसका नाम 'किन्नरी' रख देते हैं।

राजा वीरेन्द्रसिंह और उनके ऐयारों ने इन सब अद्भुत बातों को जो इधर कई दिनों में हो चुकी थीं, छिपाने की बहुत कोशिश की, मगर हो न सका। कई तरह पर रंग बदल कर यह बात तमाम शहर में फैल गई। कोई कहता था, 'महाराज के मकान में देव और परियों ने डेरा डाला है!' कोई कहता था, 'गयाजी के भूत-प्रेम इन्हें सता रहे हैं!' कोई कहता था, 'दीवान अग्निदत्त के तरफदार बदमाश और डाकुओं ने यह फसाद मचाया है!' इत्यादि बहुत तरह की बातें शहर वाले आपस में कहने लगे, मगर उस समय उन बातों का ढंग ही बिल्कुल बदल गया, जब राजा वीरेन्द्रसिंह के हुक्म देवीसिंह ने उस सिरकटी लाश को जो कोठरी में से निकली थी, उठवाकर सदर चौक में रखवा दिया और उसके पास एक मुनादी वाले को यह कहकर पुकारने के लिए बैठा दिया कि––"अग्निदत्त के तरफदार डाकू लोग जो शहर के रईसों और अमीरों को सताया करते थे, ऐयारों के हाथ गिरफ्तार होकर मारे जाने लगे। आज एक डाकू मारा गया है जिसकी लाश यह है।"

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सूर्य भगवान के अस्त होने में अभी घंटे भर की देर है, फिर भी मौसम के मुताबिक बाग में टहलने वाले हमारे कुँअर इन्द्रजीतसिंह और आनन्दसिंह को ठंडी हवा सिहरावनदार मालूम हो रही है। रंग-बिरंग के खूबसूरत फूल खिले हुए हैं, जिनके देखने से हरएक की तबीयत उमंग पर आ सकती है मगर इन दोनों के दिल की कली