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मैनाका वियोग-वर्णन- ३९८-मैनाका दुप्प वर्णन, ३९९-सोल्निका हरे नायक सिरजनको उलाना ४००-सिरजनका परिचय बताना, ४०१-सोनिका रोना और मनावा सिरन्न पैरोंपर गिरना, ४०२-मैनाका व्यथा वर्णन करना--सावन मास, ४०३-मादा मास, ४०४-कुआर मास, ४०५-वारिक मास ४०६-अगहन मास, ४०७-पृस मास, ४०८-माघ मास, ४०९-पागुन मास, ४१०-विरह अवस्था कहना, ४१२४१५ औरफरे पास सन्देश जानेका आग्रह करना, ४१६-सोल्निका सिरजनसे अनुरोध करना। सिरजनका लोरकको सन्देश- ४१७-सिरजनका हरीपाटन रवाना होना, ४१८-'वरहदारे कारण मार्गदी अवस्था, ४१९-हरदीपाटन पहुँचकर सिरजनका लारपसे मिलने जाना, ४२०-द्वार पाल्पा लोरक्को सिरजन आनेकी सूचना दना ४५१-लेर का सिरजनसे भेंट करना, ४२२ ४२४-सिरजनका भाग्य वर्णनच पहान मैनावी चर्चा करना, ४२५-लोरमका मनार सम्बन्धम जिज्ञासा, ४२६-सिरजनका गोवरमा समाचार पहना, ४२७-अपने बनिजक सम्बन्धम बताना, ४२८ ४.९-मैनाको अवस्थाका वर्णन, ४३० मैनायी दुरवस्था सुनकर लोरक्या दुरसा होना, ४३१- मैंना समाचारसे चाँदका परेशान होना। लोरफका घर लोटना- ४३२-राव शेतमका लरक्को विदा करना, ४३३-साथम सहायर देना, ४३४-- चाँदका लोरकसे अनुरोध, ४३५-लारक्या उत्तर, ४३६-हरदासे चलकर गादरम निकट पहुँचना, ४३७-गोवर नगरमें आतक । मैनाकी परीक्षा- ४३८-मैनाका लरक आनेका स्वप्न देखना, ४३९-औरफा पल्रे साथ मालीको मनाये पास भेजना, ४.-मैनाका रोकर अपनी अवस्था पहना, ४४१-मालीफा उत्तर, ४२-मैनाया दूध वेचते हुए लोरवये पडावार जाना, ४३-लोरका दूध सरदर दाम देना, ४४४-मैनासो रोक्पर घडसानी परना, ४४:-मैनाफा अपनी स्थिति रहना, ४४६-दूसरे दिन मैनाका पिर औरक पडावम जाना, ४४८-चौदाका मैनासे अपनी बटाई परना,४८-मैना या गार परना। रोपका घर आना- ४४९-लोरया अपने आने सूचना पर भेजना, ४५-पर आपर मेरे पैर पटना, ४५१४५२-माँसे घरकी अवस्था पूराना । (आगे या अ अप्राप्य है।)