छठा अध्याय से ये सारे पाप किए जा रहे हैं। अपने वेतन को ही ले लीजिए । वह माहवार २१,०००) से भी ज्यादा है। इसके सिवा उसमें भत्ता और दूसरे सीधे-टेढ़े आमदनी के जरिए हैं ही। इंगलैंड के प्रधान मंत्री की तनख्वाह से इसका मुकाबला कीजिए। उन्हें सालाना ५,००० पौंड, याने मौजूदा दर के हिसाब से माहवार ५,४००) से कुछ अधिक, मिलता है। जिस देश में हरएक आदमी की औसत रोजाना आमदनी दो आने से भी कम है, उस देश में आपको रोजाना ७००) से भी अधिक मिलते हैं। उधर इंगलैंड के बाशिंदे की औसत दैनिक आय लगभग २) मानी जाती है, और प्रधान मंत्री को रोजाना सिर्फ १८०) ही मिलते हैं । इस तरह आप अपनी तनख्वाह के रूप में ५,००० से भी अधिक भारतीयों की औसत कमाई का हिस्सा ले लेते हैं। उधर इंगलैंड के प्रधान मंत्री सिर्फ 10 अँगरेजों की कमाई ही लेते हैं । मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूँ कि आप इस आश्चर्य-जनक विषमता पर ध्यान पूर्वक थोड़ा विचार कर देखें । एक कठोर, पर सच्ची हक़ीक़त को ठीक से समझाने के लिये मुझे आपका व्यक्तिगत उदाहरण पेश करना पड़ता है, नहीं तो जाती तौर पर मेरे दिल में आपके लिये इतनी इज्जत है कि मैं ऐसी कोई बात आपके बारे में नहीं कहना चाहूँगा, जिससे आपके दिल को ठेस पहुँचे । मैं जानता हूँ कि आप नहीं चाहते कि आपको इतनी ज्यादा तनख्वाह मिले । मुमकिन है, आप अपनी सारी-की-सारी तनख्वाह दान
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