२३६ गोल-सभा रामज्जे मैकडानल्ड, मि० वेजवुड बेन और लॉर्ड शैंकी का तालियों से अभिनंदन किया। इस प्रकार यह ऐतिहासिक सभा समाप्त हुई। घोषणा पर समाट् जॉर्ज पंचम ने लिखा था- "मैने आप लोगों की कार्यवाहियों को बहुत पास से, अच्छी तरह से, देखा, और समझो। आप लोगों ने ऐक्य के सिद्धांतों पर जैसा सुंदर कार्य किया है, उसका हम पर अधिक प्रभाव पड़ा। यह आशा नहीं की जाती थी कि केवल ६ ही सप्ताह के थोड़े ही समय में आप लोग वास्तव में तत्त्व की खोज, इतनी आसानी और सफलता के साथ, कर लेंगे। परंतु अभी विशेष रूप से कई कार्य करने को शेष हैं, तो भी आप लोगों ने भारतवर्ष के इति-- हास में एक नया परिच्छेद लिखना प्रारंभ किया है। हमें विश्वास है कि आप लोग अपने देशवासियों को अपने ही उद्देश्य और कार्य करने के सिद्धांत की ओर खींच लावेंगे, जिससे संपूर्ण भारतवर्ष में व्यवस्था और शांति पूर्ण रूप से स्थापित हो जाय।
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