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१० गोल-सभा के उपरांत ऐसा ग़रीब और भुखमरा देश तो संसार के कोने में कहीं ढूँढ़े न मिलेगा! भारत की संख्या ( Statistics )- विभाग के डाइरेक्टर जनरल सर विलियम हंटर ने, जो भारत और उसके निवासियों के सच्चे हितैषो थे, लिखा है कि भारत के चार करोड़ मनुष्यों को भर-पेट रूखा-सूखा भो खाने को नहीं मिलता।" और, पंजाब के अर्थ-विभाग के कमिश्नर ने कहा था कि भारत के ७ करोड़ किसान इतनी भयंकर गरीबो में हैं कि किसी प्रकार के सुधार की आशा नहीं......"