पहला अध्याय -भारत जगत् के प्रचलित छ प्रधान ऐतिहासिक धर्मों में से दो धर्मों का जन्मदाता है। ८-जगत् में प्रचलित छ महाभारत-काव्यों में भारत ने दो महाभारत-महाकाव्यों को जन्म दिया है। है-भारत ने जगत् को कालिदास दिया, वह प्रसिद्ध कालिदास, जो पाश्चात्य साहित्य-रूपी श्रृंखला की अंतिम कड़ी था। १०-भारत ने सबसे प्रथम दशमलव-पद्धति का आविष्कार किया, जो गणित का श्रादि मूल-सिद्धांत है, जो 'अरेबिक नोटेशन' के नाम से प्रसिद्ध है, और फिर संसार की अन्य जातियों ने इस सिद्धांत को समझा। ब्रिटिश साम्राज्य में भारत का आर्थिक और राजनीतिक महत्त्व असाधारण है । इस समय इंगलैंड को सब मिलाकर भारत से लगभग ३२७ करोड़ रुपया वार्षिक की आय है, जिसमें लग- भग १० करोड़ रुपया व्यापार द्वारा और ५० करोड़ के अनुमान वेतन द्वारा । सवा चार करोड़ की आबादी के क्षुद्र देश के लिये यह आय असाधारण है। इस आथिक लाभ से अधिक लाभ भारतीय सेनाओं द्वारा इंगलैंड को है, जिनके बल पर इंगलैंड की राजसत्ता समस्त एशिया में बहुत बढ़ गई है। चीन, मिश्र, रूस, जर्मनी, मेसोपोटेमिया, अरब में ब्रिटिश साम्राज्य के महा- विस्तार में भारतीय सेना से, जो भारतीय रुपए से वेतन पाती है, बड़ी भारी सहायता इंगलैंड को मिलती रही है।
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