१०६ गोल-सभा के साथ इस विषय पर बातचीत करनी चाही कि इसके संबंध में गरीबों को किस प्रकार आर्थिक सुविधाएँ दी जा सकती हैं, तो उस विषय पर विचार करने के लिये प्रसन्नता के साथ वाइसराय भारतीय नेताओं की एक छोटी-सी कान्स करेंगे। (ङ) पिकेटिंग के संबंध में वाइसराय का कहना है कि यदि उसने इस प्रकार का रूप धारण किया, जिससे सर्वसाधारण में उत्पात की संभावना हुई, किसी प्रकार समाज में उसने अशांति का जीवन उत्पन्न किया अथवा उसमें किसी के प्रति धमकी, डर पैदा करने के लिये शक्ति का उपयोग किया गया, तो उस दशा में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अथवा अन्य कोई नैतिक प्रयत्न करने के लिये वाइसराय विवश होंगे। और, यदि संधि हो गई एवं पिकेटिंग उठा ली गई, तो उसके खिलाफ लगाए गए ऑर्डिनेंस भी उठा लिए जायँगे। (च) आंदोलन के कारण जिन्होंने अपनी नौकरियों से त्याग-पत्र दे दिए हैं अथवा जो सरकारी नौकरियों से पृथक कर दिए गए हैं, उनको फिर उन नौकरियों अथवा स्थानों पर ले लेने के संबंध में वाइसराय का कहना है कि यह प्रश्न स्थानीय अधि- कारियों से संबंध रखता है, फिर भी यदि उनके स्थान खाली होंगे, और उनके स्थानों पर किसी की नियुक्ति न हो चुकी होगी और वे सरकारी नौकर रह चुके होंगे तथा अपनी सेवाओं में वे राजभक्त साबित हो चुके होंगे, तो स्थानीय अधिकारी उनको पुनर्बार नियुक्त करने के लिये प्रयत्न करेंगे।
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