पृष्ठ:गोर्की की श्रेष्ठ रचनाएँ.djvu/२४४

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से मेगा कैसे पकड़ा गया जगह हूँढ लेता । मगर पुलिस मेरे पीछे पड़ी है । मैं ऐसी हालत में क्या कर सकता हूं । कुछ भी नहीं कर सकता, दोस्त । तू मुझे माफ कर देना । तू तो एक निश्चल श्रात्मा है पोर तेरो मां डायन है । अगर कुतिया, तू कभी मेरे हाथ पड़ गई तो मैं तेरी हट्टी पसलो एक कर दंगा ! इससे आगे के लिये तुझे एक सबक मिल जायगा । इससे श्रागे श्रव दूसरा कदम मत बढ़ाना, शैतान की नानी , राक्षसी । भगवान करे तू भूख से तड़फ तडफ कर मरे, धरती तेरी लाश को कत्र में से निकाल फेके । तू समझती है कि इसी तरह बच्चे पैदा कर कर के उन्हें इधर उधर फरुती फिरेगो ? क्यों ? और अगर मै तेरो चुटिया पकड़ कर गलियों में खचेदता फिरूं तो ? मैं इस काम को बड़ी अच्छी तरह कर सकता हू,छिनाल तू नहीं जानती कि इस तरह का तूफान में तू बच्चों को इधर-उधर नहीं फेक सकतो ? ये धेचारे कमजोर और असहाय हैं और इस बरफ के निगल जाने से मर सकते है । अगर बये को फेकना ही था तो किसी सुन्दर रात को ही फेकती, म ; कहीं की । विना गाँधो पानी वाली रात में चे ज्यादा देर तक जिन्दा रह सकते हैं और मनुष्यों द्वारा उनके पाये जाने की सम्भावना कहीं अधिक है । ऐसी भयानक रात में कोई किरलिये बाहर निकलेगा " और सेमेगा बच्चे को मा के साथ इस वार्तालाप में इतना तन्मय हो रहा था कि उमं सुद भी नहीं मालूम पड़ा कि कर वह लौटा और कय उसने बचे को फिर उठा लिया । मगर उसने बच्चे को उठाया और अपने कोट के भीतर छिपा लिया और उसकी मां को प्राधिरी गाली देकर , भारी हृदय में अपने रास्ते पर चल पड़ा । इस समय वा उस बच्चे की ही तरह दोन हो रहा था जिसके लिये उसके हदय में इतनी गहरी करणा को भावना थी । बचा धोरे से कुनमुनारा और रोने लगा जिसको धागज भारी कनी कोट योर सेमेगा के भारी हाय के नीचे दबकर रह गई । मेरेगा कांट के नीचे मि एक फटी हुई कमीज पहने हुए था इसलिये उसने गोत्रको यो के नई से शरीर की गमी को महसूस स्ति । ___ " थोर नन्हें घमीदद ! " दरक में रास्ता बनाता मा गगंगा या या । " मुम्हाग मामला नो का नानुक दियाई पदना , दोन्न , पयोरि मुझे