उर्दू-अखबार वर्तमान मासिक पत्र आज कल उई मासिकपत्र कुछ अच्छी दशामें हैं। यह दशा तीन सालसे आरम्भ हुई है । इसकी नींव "अदीब” नामके एक मासिकपत्रसे पड़ी, जो जनवरी सन १८६६ ईस्वीसे फीरोजाबाद, जिले आगरसे निक- लने लगा था। आगरेके मुफीदेआम प्रेसमें छपता था । सय्यद अकबर अली उसके एडीटर थे। १२ महीने उक्त पत्र बहुत उत्तम रीतिसे निकला। ४८८ पृष्ठ में उसके १२ नम्बर समाप्त हुए। उसका मूल्य था तीन रुपया छः आना । जान पड़ता है कि उमको बहुत ग्राहक नहीं मिले। घाटा रहा। उसीसे बारहवं नम्बरमें सम्पादकने नोटिस दिया कि अगले वर्षसे ३ महीनेमें एक बार निकला करेगा। किन्तु निकला नहीं. एकदम बन्दही हो गया। कागज अच्छा था। उसके बारहव नम्बरमें जो लंग्य थे, उनकी सूची इस प्रकार है- (१) अदीबका प्रोग्राम सन १६०० ई. के लिये। (२) स्त्रियोंका परदा । (३) मि० सोन हिडनकी यात्रा मध्यएशियामें । (४) शमरूकी बेगमकी जीवनी । (५) कुछ कविता। (६) विचित्र बात। (७) कामकी बात। (८) स्मरण रखने योग्य घटनाएं। (8) इङ्गलेण्ड एण्ड इण्डिया। (१०) विज्ञापन। हम कह सकते हैं कि इसी पत्रने वर्तमान मासिकपत्रोंकी नींव डाली। इसके बन्द होनेके बाद सन् १६०१ में लाहोरसे "मखजन" [ २९३ ]
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