38 संक्षिप्त चिन्हों का परिचय । अध्याय के और लोकों के हैं। कलकते में बाबू प्रतापचन्द्र राय के द्वारा मुद्रित संस्कृत प्रति का ही हमने सर्वत्र उपयोग किया है । सम्बई के संस्करण में ये ग्लोक कुछ आगे पीछे मिलेंगे। मि.प्र. मिलिन्दप्रश्न । पाली प्रन्थ । अंग्रेजी अनुवाद । S. B.B. मुं. अथवा मुंड. मुंडकोपनिषत् । मुण्डक, खण्ड और मन्त्र । आनंदाश्रम का संस्करण । मैन्यु. मैन्युपनिषत् अथवा मैत्रायण्युपनिषत् । प्रपाठक और मन्त्र । आनंदाश्रम का संस्करण । याश याज्ञवल्क्यस्मृति । अध्याय और श्लोक । यम्बई का छपा हुआ। इसकी अप- रार्क टीका (आनंदाश्रम के संस्क०) का भी दो-एक स्थानों पर उल्लेख है । यो, अथवा योग. योगवासिष्ठ । प्रकरण, सर्ग और श्लोक । छठे प्रकरण के दो भाग हैं, (पू.) पूर्वार्ध, और (उ.) उत्तरार्ध । निर्णयसागर का सटीक संस्करण । रामपू. रामपूर्वतापिन्युपनिषत् । आनंदाश्रम का संस्करण । वाजसं. वाजसनेयिसंहिता । अध्याय और मन्त्र । वेवर का संस्करण । वाल्मीकिरा. अथवा वा. रा. वाल्मीकिरामायण । काण्ड, अध्याय और श्लोक । बम्बई का संस्करण। विष्णु, विष्णुपुराण । अंश, अध्याय और श्लोक । बम्बई का संस्करण । वे.सू. वेदान्तसूत्र अथवा ब्रह्मसूत्र । अध्याय, पाद और सूत । वे. सू. शांभा. वेदान्तसूत्र-शांकरभाष्य। आनन्दाश्रमवाले संस्करण का ही सर्वत्र उपयोग किया है। शंसू. शाण्डिल्यसूत्र । यम्बई का संस्करण । शिव शिवगीता । अध्याय और लोक । अष्टेकर और मण्डली के गतिासंग्रह का संस्करण। श्वे, श्वेताश्वतरोपनिषत् । अध्याय और मन्त्र । आनन्दाश्रम का संस्करण । S. B. E. Sacred Books of the East series. सां.कां. सांख्यकारिका । तुकाराम तात्या का संस्करण । सूर्यगी. सूर्यगीता । अन्याय और श्लोक । मद्रास का संस्करण । हरि. हरिवंश । पर्व, अध्याय और श्लोक । बम्बई का संस्करण । नोट-इनके अतिरिक्त और कितने ही संस्कृत, अंग्रेजी, मराठी एवं पाली प्रन्थों का स्थान-स्थान पर उल्लेख है । परन्तु उनके नाम यथास्थान पर प्रायः पूरे लिख दिये गये हैं, अथवा वे समझ में आ सकते हैं, इसलिये उनके नाम इस फेहरिस्त में शामिल नहीं किये गये।
पृष्ठ:गीतारहस्य अथवा कर्मयोगशास्त्र.djvu/३६
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