लामsar सकते हैं । हँसते-हलते श्राप लोट-पोट हो जायेंगे। छपाई, सफाई, गेट-अप बहुत सुंदर । मूल्य 19, जिल्द) अछूत-समस्या लेखरू, देश-वंच महात्मा गांधी समाज को नंगी ऋरताः हिंदुत्व का भीषण अपमान और मनुष्यता का निध उदाहरण . हिंदू-समाज में अछूत होना ! इली के लिये गांधीजो प्राणों की बाजी लगाते हैं, इसी के लिये वह भारत का दौरा कर रहे हैं, इसी के लिये आज कुछ सनातनी देशद्रोह कर रहे हैं! छली पछत-सनरया को घर बैठे, स्वनामधन्य महात्मा गांधीजी के मुख से, इस पुस्तक में पढ़िए । मूल्य सादी ॥y, जिल्गुनार १७ ज्योत्स्ना (उत्कृष्ट नाटक) लेखक, कविवर श्रीसुमित्रानंदन पंत । पत्तजी से हिंदी-संसार भली भांति परिचित है। जिन लोगों ने उनकी 'पल्लव', "गुंजन भादि पुस्तकें देखी हैं, वे उनकी अपराजिता प्रतिभा, को खूष पहचानते हैं। इस नाटक में श्रीयुत पंतजी ने शान, शिक्षा, पवित्रता, शांति तथा प्रेम आदि का बड़ी खूबी के साथ वर्णन किया है। पंतजी की अब तक को प्रकाशिव पुस्तकों में यह रचना सर्व है। हिंदी-संसार के लिये यह एक बिस्कुल नई चीज़ है । मूल्य सादी), सजिल्द ११)
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